प्रोटीन क्या है? प्रोटीन के कार्य,स्रोत (protein)
प्रोटीन नाम पहली बार 1938 में वैज्ञानिक मुल्डर द्वारा प्रस्तावित किया गया था। यह शब्द ग्रीक शब्द 'प्रोटिओस' से निकला है जिसका अर्थ है 'पहले आना'।
प्रोटीन नाम पहली बार 1938 में वैज्ञानिक मुल्डर द्वारा प्रस्तावित किया गया था। यह शब्द ग्रीक शब्द 'प्रोटिओस' से निकला है जिसका अर्थ है 'पहले आना'।
संतुलित आहार व्यक्ति को स्वस्थ रखता है और दीर्घायु प्रदान करता है। संतुलित आहार व्यक्ति के शरीर का उचित वजन और अच्छी स्वास्थ्य स्थिति बनाए रखता है।
मानव जीवन को कायम रखने के लिए भोजन आवश्यक है। मनुष्य जो भी भोजन करता है उसमें विभिन्न पोषक तत्व पाए जाते हैं जो मानव शरीर को पोषण देते हैं।
कुपोषण पोषण की एक ऐसी स्थिति है जो व्यक्ति के स्वास्थ्य में गिरावट का कारण बनती है। यह एक या अधिक तत्वों की कमी या अधिकता या असंतुलन के कारण होता है
मानव शरीर के पोषण के लिए तीन महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं पाचन, अवशोषण और चयापचय निरंतर चलती रहती हैं। "पोषण" एक विस्तृत शब्दावली है।
पोषक तत्व जीवन के संचालन एवं विकास के लिए आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं। पोषक तत्व वे पदार्थ हैं जो शारीरिक विकास और चयापचय के लिए आवश्यक हैं।
अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए रोगों के विभिन्न कारणों, उनसे बचने के उपायों, रोगमुक्ति के तरीकों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की जानी चाहिए।
परिवार नियोजन कार्यक्रम अपनाने वाला भारत विश्व का पहला देश है। भारत जनसंख्या को सीमित करने के लिए 1952 से परिवार नियोजन कार्यक्रम चला रहा है।
रोग गर्भस्थ शिशु से लेकर मृत्यु के कगार पर खड़े व्यक्ति तक को हो सकती है। यह एक पुरुष, एक लड़का या लड़की सभी के बीच कोई अंतर नहीं करता है।
महिला सशक्तिकरण की प्रक्रिया भी समानांतर स्तर पर चल रही है, जिसमें कन्या भ्रूण हत्या महिलाओं के अस्तित्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी है।
महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। भारत में महिलाओं की समस्याएं इस प्रकार हैं:- लैंगिक भेदभाव, रोजगार में असमानता, शिक्षा में असमानता।
अनुसूचित जनजाति को उनकी संस्कृति को बनाए रखने और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बढ़ाने में मदद करने के लिए संविधान में अनेक धाराएं शामिल किए गए हैं।