संवेगात्मक बुद्धि क्या है (emotional intelligence)

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  • Post last modified:मार्च 23, 2024

सांवेगिक बुद्धि की अवधारणा :-

संवेगात्मक बुद्धि शब्द पहली बार 1970 में हॉवर्ड गार्डनर, पीटर सलोवी और जॉन जैक मेयर द्वारा गढ़ा गया था। गोलेमैन (1995) ने अपनी पुस्तक Emotional Intelligence: Why It Can Matter More Than IQ में इसकी सैद्धांतिक व्याख्या दी है।

संवेगात्मक बुद्धि का अर्थ :-

भावनात्मक बुद्धि से तात्पर्य किसी व्यक्ति की अपनी संवेगों को सकारात्मक और संरचनात्मक तरीके से समझने, नियंत्रित करने और मूल्यांकन करने की क्षमता से है। संवेगात्मक बुद्धि के माध्यम से व्यक्ति अपनी और दूसरों की सांवेगिक अवस्थाओं को पहचानता है। कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार, भावनात्मक बुद्धिमत्ता सीखी जा सकती है जबकि कुछ अन्य के अनुसार यह एक जन्मजात क्षमता है।

संवेगात्मक बुद्धि की परिभाषा :-

संवेगात्मक बुद्धि क को और भी स्पष्ट करने के लिए कुछ प्रमुख विद्वानों की परिभाषाओं का उल्लेख कर सकते हैं –

“संवेगात्मक बुद्धि दूसरों और स्वयं की भावनाओं को पहचानने की क्षमता और स्वयं को प्रेरित करने और स्वयं और अपने संबंधों में संवेग को प्रबंधित करने की क्षमता है।”

गोलमैन

“संवेगात्मक बुद्धि संवेगों का प्रत्यक्षीकरण करने, उन्हें समझने, उसका प्रबंधन करने और उपयोग करने की योग्यता है।”

सोलवे मैयर

“संवेगात्मक बुद्धि संवेगों को अनुभव करने, प्रयोग करने, उन्हें सम्प्रेषित करने, पहचानने, याद रखने, उससे सीखने, प्रबंधित करने और अवबोधन की जन्मजात सामर्थ्य है।”

हाइन

“संवेगात्मक बुद्धि सामाजिक बुद्धिमत्ता का एक भाग है जिसमें अपनी और दूसरों की भावनाओं को पहचानने और उनमें विभेद करने की क्षमता रखती है और जिसके द्वारा व्यक्ति अपने चिंतन और क्रियाओं को निर्देशित करता है।”

पीटर सैलोवी तथा जॉन डी मॉयर

संवेगात्मक बुद्धि का विकास :-

संवेगात्मक बुद्धि को पाँच मुख्य कौशलों का उपयोग करके विकसित किया जा सकता है:-

अपनी संवेगों को पहचानने और प्रबंधित करने की क्षमता –

भावनात्मक बुद्धि के विकास के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने भीतर उत्पन्न होने वाली संवेगों को पहचानें और उनका कुशलतापूर्वक प्रबंधन करें।

तनाव को शीघ्रता से कम करने की क्षमता –

जब हम अपने अंदर रोजमर्रा की जिंदगी में तनाव को कम करने की क्षमता विकसित कर लेते हैं तो इसके माध्यम से हम संवेगात्मक बुद्धि विकसित कर सकते हैं।

चुनौतियों का सामना करने में मस्तिष्क कौशल का उपयोग –

संवेगात्मक बुद्धिमत्ता के विकास के लिए यह आवश्यक है कि व्यक्ति चुनौतियों का सामना करने और हल करने के लिए बौद्धिक क्षमताओं का उपयोग करें। उसे उचित-अनुचित का अवलोकन करके ही आचरण का निर्देशन करना चाहिए।

अभाषिक वार्तालाप का प्रयोग –

सांवेगिक बुद्धि के विकास के लिए यह आवश्यक है कि हम अभाषिक बातचीत करने में सक्षम हों।

अंतर्द्वंद का सकारात्मक समाधान –

जब कोई व्यक्ति अन्तन्द्वों से सकारात्मक ढंग से निपटता है, तो वह निश्चित रूप से संवेगात्मक बुद्धिमत्ता विकसित करने में सफल होता है।

संवेगात्मक बुद्धि को निर्धारित करने वाले कारक :-

सैलोवी तथा मॉयर ने अपने मॉडल में चार कारकों का वर्णन किया है जो संवेगात्मक बुद्धि को निर्धारित करते हैं:-

  • संवेगों का प्रत्यक्षण
  • संवेगों का उपभोग करने की क्षमता
  • संवेगों को समझने की क्षमता
  • संवेगों को प्रबंधित करने की क्षमता

संवेगात्मक क्षमताएँ –

डेनियल गोलेमैन ने चार संवेगात्मक क्षमताओं का वर्णन किया है, जो व्यक्तियों को एक-दूसरे से अलग करती हैं-

आत्म-जागरूकता –

इनमें अपने संवेगों को पहचानने की क्षमता और वे हमारे विचारों और व्यवहार को कैसे प्रभावित करते हैं, हमारी ताकत और कमजोरियों को समझने की क्षमता आदि शामिल हैं।

आत्म प्रबंधन –

आवेगपूर्ण भावनाओं और व्यवहारों को नियंत्रित करने की क्षमता, किसी की भावनाओं को स्वस्थ तरीके से प्रबंधित करने की क्षमता, शुरुआत करने, वादे करने और उन्हें निभाने की क्षमता, और बदलती परिस्थितियों के अनुकूल होने की क्षमता शामिल हैं।

सामाजिक चेतना-

इसमें यह समझने की क्षमता शामिल है कि दूसरे लोग क्या देख रहे हैं, या अनुभव कर रहे हैं, और वे क्यों कह रहे हैं और कैसे अनुभव कर रहे शामिल हैं।

सामाजिक कौशल –

इसमें इस तरह से व्यवहार करने की क्षमता शामिल है कि एक व्यक्ति दूसरों से वांछित परिणाम प्राप्त करने में सफल होता है और इस प्रकार व्यक्तिगत लक्ष्यों को प्राप्त करता है।

संक्षिप्त विवरण :-

संवेगात्मक बुद्धि के माध्यम से व्यक्ति अपने सम्बन्धों को संभालने में भी सफल होता है, वह स्वस्थ संबंध विकसित करता है और उन्हें बनाए रखता है। वह दूसरों से प्रभावित होता है और दूसरों को प्रभावित करता है, समूह में काम करते समय उसका निष्पादन अच्छा होता है, उसमें अंतर्द्वंद को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने की क्षमता होती है।

FAQ

संवेगात्मक बुद्धि क्या है?

संवेगात्मक बुद्धि क का निर्धारण करने वाले कारक क्या है?

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