कर्म क्या है कर्म का अर्थ, कर्म के प्रकार, कर्म का महत्व

भारतीय सामाजिक संगठन की एक महत्वपूर्ण विशेषता या आधार कर्म का सिद्धांत है। इस सिद्धांत के अनुसार मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य "कर्म" करना है।

रेटिंग स्केल क्या है? निर्धारण मापनी क्या है? (Rating Scale)

रेटिंग स्केल एक ऐसा उपकरण है जिसमें अक्षरों, संख्याओं, शब्दों या प्रतीकों की सहायता से लोगों में मौजूद गुणों का आकलन किया जाता है।

मूल्यांकन क्या है? मूल्यांकन का अर्थ एवं परिभाषा mulyankan

मूल्यांकन एक सतत प्रक्रिया है जो संपूर्ण शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है और मनोवैज्ञानिक और शैक्षिक उद्देश्यों से निकटता से संबंधित है।

अवधान का अर्थ एवं परिभाषा, अवधान के प्रकार (avdhan)

अवधान एक चयनात्मक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति शरीर का एक विशेष शारीरिक मुद्रा किसी वस्तु या उद्दीपक को चेतना के केंद्र से लाने के लिए तैयार होता है।

संज्ञानात्मक विकास क्या है? संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाएं

बच्चा परिपक्व होने लगता है और अपने आस-पास के वातावरण और चीज़ों को पहचानने और समझने लगता है। बच्चे के इस विकास को संज्ञानात्मक विकास कहा जाता है।

भारतीय मानक ब्यूरो क्या है? (bhartiya manak bureau)

सामाजिक-आर्थिक परिवेश में, राष्ट्रीय मानक संस्थान का सशक्तिकरण आवश्यक और महत्वपूर्ण लग रहा था। इसी उद्देश्य से भारतीय मानक ब्यूरो की स्थापना की गई थी।

उपभोक्ता आंदोलन क्या है? उपभोक्ता आंदोलन का इतिहास

उपभोक्ता आंदोलन इस दिशा में उपभोक्ताओं द्वारा संगठित और नियोजित प्रयास हैं। ये आंदोलन उपभोक्ताओं की गंभीर समस्याओं के निवारण के लिए किये जाते हैं।

उपभोक्ता संरक्षण क्या है? (upbhokta sanrakshan kya hai)

उपभोक्ताओं के हितों को शोषण से बचाने के लिए उपभोक्ता संरक्षण आवश्यक है। उपभोक्ता संरक्षण की दिशा में वर्तमान में कई महत्वपूर्ण अधिनियम पारित किये गये हैं।

उपभोक्ता किसे कहते हैं? upbhokta kise kahate hain

मनुष्य अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न वस्तुओं का उपयोग करता है, इस प्रक्रिया को उपभोग कहा जाता है और वस्तु का उपयोगकर्ता उपभोक्ता कहलाता है।