निर्देशन की आवश्यकता क्यों है?

जीवन के हर क्षेत्र में, चाहे शैक्षिक हो या राजनीतिक, व्यावसायिक या कलात्मक निर्देशन की आवश्यकता है। वर्तमान युग अपेक्षाकृत अधिक जटिल है।

निर्देशन के सिद्धांत क्या है?

देश में कोई भी व्यक्ति स्वयं को निर्देशन के योग्य समझता है। भारतीय परिवेश में निर्देशन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए निर्देशन के सिद्धांत निम्न है।

निर्देशन क्या है? अर्थ, परिभाषा, अवधारणा, प्रकृति, विशेषताएं

निर्देशन वह प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति अपनी बौद्धिक क्षमताओं का उपयोग किसी अन्य व्यक्ति को उन्नत पथ पर ले जाने के लिए करता है

मजदूरी एवं वेतन प्रशासन क्या है?

मजदूरी एवं वेतन प्रशासन को मानव संसाधन प्रबंधन के सबसे जटिल कार्यों में से एक माना जाता है। यह न केवल मानव संसाधन प्रबंधन का कार्य है,

मजदूरी किसे कहते हैं? मजदूरी का अर्थ एवं परिभाषा (majduri)

सरल शब्दों में उत्पादन की प्रक्रिया में सहयोग के लिए श्रम को दी जाने वाली कीमत मजदूरी कहलाती है। श्रम उत्पादन का एक महत्वपूर्ण कारक है।

स्वचालन क्या है? अर्थ, परिभाषा, प्रभाव, लाभ, हानि Svachalan

स्वचालन या 'automation' एक नया शब्द है। नई मशीनों के आविष्कार के कारण इसका उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में किया जाता है। इस शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम उत्पादन

श्रम विधान के सिद्धांत क्या है?

आधुनिक श्रम विधान के सिद्धांत बहुत से हैं, जिनमें कुछ महत्वपूर्ण सिद्धांतों की चर्चा नीचे की गई है। यहां यह उल्लेखनीय है कि इनमें से अधिकांश सिद्धांत एक दूसरे

श्रम विधान क्या है? अवधारणा, उद्देश्य (shram vidhan)

सामाजिक जीवन में श्रमिकों के महत्व में वृद्धि और उनकी स्थिति में सुधार, श्रमिक संघों के विकास, उनके बारे में जागरूकता के कारण श्रम विधान का प्रसार बढ़ा है।

सामाजिक समस्याओं का समाधान क्या हैं?

सामाजिक समस्याओं के संदर्भ में यह प्रश्न उनके निवारण से संबंधित है। इन समस्याओं को कैसे हल किया जा सकता है? और क्या इन सामाजिक समस्याओं का समाधान किया जा सकता