भारत में निर्धनता के कारण क्या है?

निर्धनता के कारण यह लोगों में सामाजिक कुंठा पैदा करती है, वे अलगाव की प्रवृत्ति विकसित करते हैं और अंततः यह समाज में उथल-पुथल के जोखिम को बढ़ाता है।

निर्धनता क्या है निर्धनता दूर करने के उपाय (nirdhanata)

धन की कमी को मोटे तौर पर गरीबी या निर्धनता कहा जा सकता है। यह एक सापेक्ष अवधारणा है क्योंकि इसका उपयोग हमेशा तुलनात्मक तरीके से किया जाता है।

शिक्षित बेरोजगारी भारत के लिए एक विशेष समस्या क्यों है?

व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार काम नहीं मिल पाता है। अर्थात जब शिक्षित लोगों को उनकी योग्यता के अनुसार काम नहीं मिल पाता है तो इसे शिक्षित बेरोजगारी कहते हैं।

बेरोजगारी क्या है? बेरोजगारी के प्रकार (berojgari kya hai)

व्यक्ति योग्य और इच्छुक होने के बावजूद अपनी न्यूनतम दक्षता बनाए रखने के लिए किसी भी रोजगार को नहीं पाता है, उसे बेरोजगारी कहते हैं।

क्षेत्रवाद क्या है? क्षेत्रवाद का मुख्य कारण क्या है?

क्षेत्रवाद एक विशेष क्षेत्र के प्रति एक पक्षपातपूर्ण रवैये को संदर्भित करता है जिसमें एक व्यक्ति अन्य क्षेत्रों की उपेक्षा करता है।

सांप्रदायिकता क्या है? सांप्रदायिकता का अर्थ (sampradayikta)

सांप्रदायिकता व्यक्ति में ऐसी आक्रामक राजनीतिक पहचान पैदा कर देती है कि वह दूसरे समुदाय के लोगों की निंदा करने या उन पर हमला करने को तैयार हो जाता है।

भिक्षावृत्ति क्या है? भिक्षावृत्ति का कारण, रोकने के उपाय

भिक्षावृत्ति व्यक्तिगत विघटन का प्रतीक माना जाता है। यह एक ऐसी समस्या है जिसके लिए इसे खत्म करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।

वेश्यावृत्ति क्या है? वेश्यावृत्ति के कारण, दुष्प्रभाव

पैसे के लिए किसी महिला द्वारा यौवन और शरीर को बेचना वेश्यावृत्ति कहलाता है। इसलिए स्त्री द्वारा धन के लिए सत्त्व भोगना वेश्यावृत्ति कहलाती है

सामाजिक विषमता का कारण क्या है?

सामाजिक वैज्ञानिकों ने सामाजिक विषमता का कारण क्यों और कैसे उत्पन्न हो रही है, इस पर कई दृष्टिकोण प्रस्तुत किए हैं। छः के विचार समीचीन प्रतीत होते हैं, ये हैं:-

बाल विवाह क्या है बाल विवाह के कारण,बाल विवाह के दुष्परिणाम

इस बाल विवाह की पृष्ठभूमि में दहेज प्रथा, सामाजिक निंदा, कौमार्य भंग की चिंता आदि अनेक कारण हैं जो बाल विवाह के लिए उत्तरदायी हैं।

निरक्षरता क्या है? निरक्षरता का अर्थ, कारण, समस्या, उपाय

निरक्षरता के कारण ही वर्तमान लोकतंत्र व्यवस्था में अपराधी और अराजकता हावी है। शिक्षा के अभाव में लोग वैज्ञानिक खोजों से अनभिज्ञ होते हैं,