मौखिक इतिहास क्या है? & वृतांत इतिहास क्या है?
ही वृतांत इतिहास और मौखिक इतिहास के माध्यम से सामाजिक घटनाओं और तथ्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने में मदद मिलती है।
ही वृतांत इतिहास और मौखिक इतिहास के माध्यम से सामाजिक घटनाओं और तथ्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने में मदद मिलती है।
व्यावसायिक संगठनों द्वारा शोध में नैतिकता बनाए रखने के लिए दिशानिर्देश तैयार किए गए हैं। इससे न केवल शोध की गुणवत्ता बनी रहती है बल्कि अनैतिकता भी कम होती है।
आचरण का मूल्यांकन नैतिकता से होता है। जो आचरण नैतिक नियमों के अनुरूप होता है वह नैतिक आचरण कहलाता है और जो इन नियमों के विरुद्ध होता है वह अनैतिक आचरण कहलाता है
जब कोई शोधकर्ता नियोजन कार्यक्रमों का मूल्यांकन करना चाहता है, तो वह मूल्यांकनात्मक अनुसंधान का उपयोग करके कार्यक्रमों का मूल्यांकन करता है।
सामाजिक शोध में शोध समस्या के चयन में तर्क, सुव्यवस्था एवं गुणवत्ता का होना अति आवश्यक है। वह विषय या शोध समस्या जिस पर आपको शोध करना है।
सामाजिक तथ्य की अवधारणा को समझाने से पहले यह जानना जरूरी है कि किन तथ्यों को सामान्य सामाजिक तथ्यों की श्रेणी में रखा जाता है।
सामान्यतः आत्महत्या व्यक्ति का सचेतन, निराशापूर्ण एवं अवसादग्रस्त कृत्य है जिसमें कर्ता को पता होता है कि इस कृत्य के बाद उसकी मृत्यु हो जायेगी।
सामाजिक अधिगम में व्यक्ति विभिन्न कौशलों, तथ्यों और मूल्यों के साथ-साथ समाज में प्रचलित कई मान्यताओं और अन्य सामाजिक व्यवहारों को भी सीखता है।
पर्यावरण अवनयन सामाजिक-आर्थिक, तकनीकी और संस्थागत गतिविधियों का परिणाम है। यह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मानव-जनित गतिविधियों से होता है
परंपरागत रूप से, ग्रामीण नगरीय सातत्य ग्रामीण और शहरी प्रणालियों के सामाजिक संबंधों की परस्पर विरोधी प्रकृति का एक रैखिक प्रतिनिधित्व है।
व्यवहार आनुवंशिकता के साथ-साथ परिस्थितियों और वातावरण आदि से प्रभावित होता है। मानव व्यवहार के निर्धारण कारक इस प्रकार हैं :-
मानव व्यवहार पूर्णतः स्थायी नहीं होता, वह देश-काल एवं परिस्थिति के अनुसार बदलता रहता है। मानव व्यवहार एक अवलोकनीय तत्व है,