प्रगति किसे कहते हैं प्रगति का अर्थ (सामाजिक प्रगति) pragati

सामाजिक परिवर्तन का दूसरा प्रमुख रूप प्रगति है। प्रगति समाज द्वारा, समाज के सदस्यों द्वारा स्वीकृत उद्देश्यों की प्राप्ति का परिणाम है।

जनजाति क्या है जनजाति का अर्थ और परिभाषा (आदिवासी)

जनजाति एक क्षेत्रीय मानव समूह है जो आम तौर पर क्षेत्र, भाषा, सामाजिक नियम, आर्थिक गतिविधियों आदि के मामले में एक समान सूत्र से बंधा होता है।

ग्रामीण और नगरीय समाज में अंतर स्पष्ट कीजिए?

परिस्थितिजन्य दृष्टि से ग्रामीण और शहरी समाज के बीच बहुत बड़ा अंतर है। ग्रामीण और नगरीय समाज में अंतर विभिन्न बिंदुओं के माध्यम से स्पष्ट किया जा सकता है-

ग्रामीण समाज क्या है? अर्थ,परिभाषा, विशेषताएं (gramin samaj)

ग्रामीण समाज के लोग विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करते हुए एक निश्चित क्षेत्र में रहते हैं। कृषि इनका मुख्य व्यवसाय है। जनसंख्या का घनत्व कम है।

नगरीय समाज क्या है? नगरीय समाज की विशेषता (nagariya samaj)

नगरीय समाज ग्रामीण समुदाय की तरह ही छोटे समुदायों से बना है। नगरीय समाज के अंतर्गत हम विभिन्न शहरी समुदायों का निर्माण करते हैं तथा संगठनों का निर्माण करते हैं

पुरुषार्थ क्या है? पुरुषार्थ का अर्थ, पुरुषार्थ का महत्व

पुरुषार्थ मानवीय गुणों को इस तरह से जोड़ता है कि यह भौतिक सुख-सुविधाओं और आध्यात्मिक विकास के बीच एक विशेष संतुलन बनाने में मदद करता है।

संस्कार क्या है संस्कार का अर्थ संस्कार का महत्व (sanskar)

संस्कार वह सशक्त साधन हैं जिनके माध्यम से व्यक्ति बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से परिष्कृत होकर समाज का पूर्ण विकसित सदस्य बन पाता है।

आश्रम व्यवस्था क्या है? आश्रम के प्रकार (ashram vyavastha)

आश्रम व्यवस्था ने जीवन को चार स्तरों में विभाजित करके और प्रत्येक स्तर पर कर्तव्यों के पालन को निर्देशित करके मानव जीवन को व्यवस्थित किया है।