बाल अपराध क्या है? अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, प्रकार, उपचार

वर्तमान समय में बाल अपराध की समस्या उन प्रमुख समस्याओं में से एक है जिसे आपराधिक व्यवहार के क्षेत्र में सर्वाधिक महत्व दिया जा रहा है।

परामर्श की प्रविधियां का वर्णन।

विकसित करने के लिए कुछ तकनीकों का विकास किया गया है। विलियमसन ने निम्नलिखित पाँच शीर्षकों के तहत परामर्श की प्रविधियां या विधियों या तकनीकों का वर्णन किया है:-

परामर्श की प्रक्रिया का वर्णन।

कार्यान्वयन के लिए प्राथमिक आधार है। इसके अलावा, क्या कोशिश की जा रही है, यानी परामर्शदाता एवं परामर्श प्रार्थी भी परामर्श की प्रक्रिया के मुख्य स्तंभ हैं।

निदेशात्मक परामर्श तथा अनिदेशात्मक परामर्श में अंतर क्या है?

निर्देशात्मक और अनिदेशात्मक परामर्श अलग-अलग साधन हैं। फिर भी साधन अंतरों को समझना वांछनीय है। निदेशात्मक परामर्श तथा अनिदेशात्मक परामर्श में अंतर इस प्रकार हैं

समन्वित परामर्श क्या है? चरण, विशेषताएं, सीमाएं

परामर्श दाता जो निर्देशात्मक या अनिर्देशात्मक विचारधाराओं से सहमत नहीं हैं, उन्होंने समन्वित परामर्श नामक एक अन्य प्रारूप विकसित किया है।

अनिदेशात्मक परामर्श क्या है? अवधारणा, विशेषताएं, सीमाएं

अनिदेशात्मक परामर्श में रोग का निदान आवश्यक नहीं है क्योंकि यह सेवार्थी से संबंधित पूर्व सूचना एकत्र नहीं करता है और कोई परीक्षण नहीं होता है।

निर्देशात्मक परामर्श क्या है? अवधारणा, विशेषताएं, सीमाएं

निर्देशात्मक परामर्श में प्रत्यक्ष और व्याख्यात्मक विधियों की सलाह दी गई है। इस प्रकार के परामर्श में व्यक्ति की बजाय समस्या पर ध्यान देना चाहिए।

भारत में अपराध के कारण क्या है? apradh ke karan

भारत में अपराध के कारण अनेक हैं, जिनमें से मुख्य हैं:- पारिवारिक विघटन, आर्थिक स्थिति, अनियोजित औद्योगीकरण, जनसंख्या विस्फोट,राजनीतिक संरक्षण, अश्लील साहित्य।

अपराध के कारक क्या क्या है?

अपराध की प्रकृति इतनी जटिल है कि इसके लिए कोई एक कारक जिम्मेदार नहीं है। क्योंकि अपराध अनेक प्रकार के होते हैं, अपराध के कारक भी अनेक होते हैं।

अपराध क्या है अपराध के प्रकार, अपराध का अर्थ (apradh)

अपराध आपराधिक कानून का उल्लंघन है। कोई कृत्य कितना भी अनैतिक या गलत क्यों न हो, उसे तब तक अपराध नहीं कहा जाता जब तक कि उसे अपराधी-कानून में अपराध नहीं माना जाता

भारत में आर्थिक नियोजन के उद्देश्य क्या है?

बहुमुखी विकास करना, सुखी और समृद्ध जीवन की संभावना को बढ़ाना, देश में परिवहन के साधनों का समुचित प्रबंधन करना, आर्थिक नियोजन के उद्देश्य है।