मानव संसाधन प्रबंधक की भूमिका एवं गुण human resource manager
मानव संसाधन प्रबंधक एक सलाहकार के रूप में उन्हें सलाह देता है और उचित परामर्श के साथ समस्या को हल करने में मदद करता है।
मानव संसाधन प्रबंधक एक सलाहकार के रूप में उन्हें सलाह देता है और उचित परामर्श के साथ समस्या को हल करने में मदद करता है।
राजनीति विज्ञान ने संविधान को विभिन्न आधारों पर वर्गीकृत किया है। संविधान के प्रकार को निम्नलिखित आधारों पर वर्गीकृत किया गया है:-
परामर्श को समझाने के लिए विभिन्न तत्वों का सहारा लिया है। उनके द्वारा अपने मत के अनुसार परामर्श की परामर्श की विशेषताएं का वर्णन किया गया है।
लोक प्रशासन के सिद्धांतों और तकनीकों पर आधारित समाज कल्याण प्रशासन के सिद्धांत के निम्नलिखित मुख्य सिद्धांतों को समझाया जा सकता है:-
सामाजिक कार्य अनुसंधान के माध्यम से समस्याओं के निदान एवं उपचार की योजना को वैज्ञानिक ढंग से सामने लाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
मनुष्य एक विचारशील प्राणी है और जिज्ञासा उसका मुख्य गुण रहा है। मनुष्य की जिज्ञासु प्रवृत्ति ही अनुसंधान का वास्तविक आधार है।
सामाजिक संगठन को कुछ प्रशासनिक, वित्तीय और कानूनी नियमों का पालन करना होता है। इन तीनों के संयोजन को 'समाज कल्याण प्रशासन' कहा गया है।
किसी भी देश को गणतंत्र बनाने में संविधान की भूमिका सबसे आगे होती है। संविधान के बिना किसी भी राष्ट्र की शासन व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाना असंभव है।
मानव संसाधन प्रबंधन प्रबंधकीय कार्य है। मानव संसाधन प्रबंधन कला और विज्ञान दोनों है इसका उपयोग निवेश पर लाभ को बढ़ाना और कर्मचारी कल्याण भी करना है।
श्रम के बिना उद्योग की कल्पना नहीं की जा सकती। श्रम शारीरिक और मानसिक दोनों होता है। उद्योग में श्रम का अधिक महत्व है और उद्योग के लिए श्रम एक आवश्यक तत्व है।
जब परामर्श में विषय निष्ठता पर जोर दिया जाता है, तो यह वैज्ञानिक हो जाता है, और जब परामर्श व्यक्तिगत होता है, तो यह एक कला है।
मनोविज्ञान संपूर्ण मानव व्यवहार का अध्ययन है। मनुष्य के भीतर होने वाली मानसिक घटनाओं का सूक्ष्म अध्ययन मनोविज्ञान के अध्ययन का आधार है।