पूर्वाग्रह के प्रभाव क्या होते है ?
पूर्वाग्रह के प्रभाव, धनात्मक प्रभाव तथा नकारात्मक प्रभाव दोनों ही होते हैं।
पूर्वाग्रह के प्रभाव, धनात्मक प्रभाव तथा नकारात्मक प्रभाव दोनों ही होते हैं।
पूर्वाग्रह के कारण मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, स्थितिजन्य, संज्ञानात्मक, आदि हैं। इन सभी कारकों में से कुछ प्रमुख कारकों का उल्लेख किया जा रहा है
पूर्वाग्रह के प्रकार निम्नांकित हैं- १ प्रजातीय पूर्वाग्रह, २ जातीय पूर्वाग्रह, ३ धार्मिक पूर्वाग्रह, ४ भाषा पूर्वाग्रह, ५ राजनीतिक पूर्वाग्रह,
पूर्वाग्रह की विशेषताएँ निम्नांकित हैं - १ पूर्वाग्रह अर्जित होता है, २ पूर्वाग्रह तर्कहीन है, ३ पूर्वाग्रह निर्णय चेतन और अचेतन होते हैं,
दुनिया का हर समाज, चाहे वह पूर्वी हो या पश्चिमी, विकसित हो या अविकसित, आधुनिक हो या आदिम किसी न किसी हद तक पूर्वाग्रह का शिकार होता है। पूर्वाग्रह में तर्क
शिक्षकों को सलाहकार या परामर्शदाता के रूप में नियुक्त कर इस कमी को भरा जा सकता है। माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में परामर्श की आवश्यकता निम्नलिखित
कार्यक्रमों के आयोजन और सेवाओं के प्रावधान को अधिक प्रभावी बनाने में सहायक हो सकते हैं । कुछ श्रम कल्याण के सिद्धांत इस प्रकार है -
अनुसंधान की सम्पूर्ण प्रक्रिया अनेक कदमो से गुजरती है, इन्हें सामाजिक अनुसंधान के चरण जाता है | एक चरण से दूसरे चरण में प्रवेश करते हुए अध्ययन को आगे
सामाजिक सर्वेक्षण के उद्देश्य क्या है ? इस के सम्बन्ध में अलग-अलग विद्वानों ने सामाजिक सर्वेक्षण के विविध उद्देश्यों का उल्लेख किया है
सामाजिक समस्याओं के स्वरूप, तत्कालीन अवश्यकताओं और उपलबध साधनों को ध्यान में रखते हुये अनेक सामाजिक सर्वेक्षण के प्रकार आयोजित किये जाने लगे हैं
सभी सामाजिक अनुसंधान के प्रकार में सामाजिक अनुसंधान का समान स्वभाव व प्रकृति के नहीं होते है । सामाजिक घटनाओं की प्रकृति विविधता से भरा हुआ होने के कारण अनेक
समाज कल्याण प्रशासन के कार्य को प्रशासकीय क्रियाकलापों के आधार पर अनेक विद्वानों के द्वारा के प्रस्तुत किया गया है - हैराल्ड सिल्वर द्वारा प्रस्तुत समाज