मनोविज्ञान की इस शाखा की उपयोगिता को निम्नलिखित दो भागों में अभिव्यक्त किया जा सकता है। सामाजिक मनोविज्ञान की उपयोगिता :- १ व्यावहारिक उपयोगिता २ सैद्धान्तिक
समस्याएँ अनेक समूहों या किसी भिन्न व्यक्ति से संबंधित हो सकती हैं। इन समस्याओं का अध्ययन, विश्लेषण एवं व्याख्या मूलतः सामाजिक मनोविज्ञान के क्षेत्र है।
व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार को समझने के लिए ही सामाजिक मनोविज्ञान का उदय हुआ है। मानव के सामाजिक व्यवहार का अध्ययन प्राचीन काल से ही किया जाता रहा है।