Sociologyप्राथमिक समूह किसे कहते हैं? अर्थ, विशेषताएँ, महत्त्वप्राथमिक समूहों के कारण ही मनुष्य समाज के योग्य बनता है। यदि मानव जीवन में प्राथमिक समूह मौजूद नहीं है, तो वह समाज में उपयुक्त नहीं होगा।