महत्वपूर्ण सिद्धांतों को प्रतिपादित किया गया है, व्यक्तियों की विशेषताएँ जो दूसरों को प्रभावित करने में मदद करती हैं, व्यक्तित्व के सिद्धांत के अंतर्गत आती हैं।
व्यक्तित्व को सामान्य रूप से इन गुणों के समावेश के रूप में माना जाता है जो अन्य व्यक्तियों पर अपना प्रभाव स्थापित करने में सहायक होते हैं।
मनोविज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में इसका प्रयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। संक्षेप में मनोविज्ञान में सांख्यिकी का महत्व इस प्रकार है:-
पूर्वाग्रह के प्रभाव, धनात्मक प्रभाव तथा नकारात्मक प्रभाव दोनों ही होते हैं।
पूर्वाग्रह के कारण मनोवैज्ञानिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, स्थितिजन्य, संज्ञानात्मक, आदि हैं। इन सभी कारकों में से कुछ प्रमुख कारकों का उल्लेख किया जा रहा है
पूर्वाग्रह के प्रकार निम्नांकित हैं- १ प्रजातीय पूर्वाग्रह, २ जातीय पूर्वाग्रह, ३ धार्मिक पूर्वाग्रह, ४ भाषा पूर्वाग्रह, ५ राजनीतिक पूर्वाग्रह,
पूर्वाग्रह की विशेषताएँ निम्नांकित हैं - १ पूर्वाग्रह अर्जित होता है, २ पूर्वाग्रह तर्कहीन है, ३ पूर्वाग्रह निर्णय चेतन और अचेतन होते हैं,
दुनिया का हर समाज, चाहे वह पूर्वी हो या पश्चिमी, विकसित हो या अविकसित, आधुनिक हो या आदिम किसी न किसी हद तक पूर्वाग्रह का शिकार होता है। पूर्वाग्रह में तर्क
मनोविज्ञान की इस शाखा की उपयोगिता को निम्नलिखित दो भागों में अभिव्यक्त किया जा सकता है। सामाजिक मनोविज्ञान की उपयोगिता :- १ व्यावहारिक उपयोगिता २ सैद्धान्तिक
समस्याएँ अनेक समूहों या किसी भिन्न व्यक्ति से संबंधित हो सकती हैं। इन समस्याओं का अध्ययन, विश्लेषण एवं व्याख्या मूलतः सामाजिक मनोविज्ञान के क्षेत्र है।